Ncert Class 10 History Chapter 1 Question Answer in Hindi | कक्षा 10वीं अध्याय 1 यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय प्रश्न उत्तर

क्या आप कक्षा 10वीं के विद्यार्थी हैं और आप Ncert Class 10 History Ch-1 Question Answer in Hindi में महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर के तलाश में है ? क्योंकि यह अध्याय परीक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है | इस अध्याय से काफी प्रश्न परीक्षा में आ चुके हैं | जिसके कारण इस अध्याय का प्रश्न उत्तर जानना काफी जरूरी है|

तो विद्यार्थी इस लेख को पढ़ने के बाद आप इस अध्याय से काफी अंक परीक्षा में प्राप्त कर लेंगे ,क्योंकि इसमें सारी परीक्षा से संबंधित प्रश्नों का विवरण किया गया है तो इसे पूरा अवश्य पढ़ें |

Ncert Class 10 History Ch-1 Question Answer in Hindi | कक्षा 10वीं अध्याय 1 यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय प्रश्न उत्तर

कक्षा | Class10th
अध्याय | Chapter01
अध्याय का नाम | Chapter Nameयूरोप में राष्ट्रवाद का उदय
बोर्ड | Boardसभी हिंदी बोर्ड
किताब | Book एनसीईआरटी | NCERT
विषय | Subjectइतिहास | History
मध्यम | Medium हिंदी | HINDI
अध्ययन सामग्री | Study Materialsप्रश्न उत्तर | Question answer


महत्वपूर्ण खोजशब्द | Important keywords

  • निरंकुशवाद (Absolutism) : ऐसी शासन व्यवस्था या सरकार जिसकी सत्ता पर किसी प्रकार का कोई अंकुश नहीं होता। इतिहास में ऐसी राजशाही सरकारों को निरंकुश सरकार कहा जाता है जो सैन्य बल पर आधारित, अत्यंत केंद्रीकृत और दमनकारी सरकारें होती थीं। कल्पनादर्श (युटोपिया) एक ऐसे समाज की कल्पना जो इतना आदर्श है कि उसका साकार होना लगभग संभव नहीं होता है। 
  • जनमत-संग्रह : एक प्रत्यक्ष मतदान जिसके जरिए एक क्षेत्र के सभी लोगों से एक प्रस्ताव को अस्वीकार या स्वीकार करने के लिए पूछा जाता है।
  • रूढ़िवाद : ऐसा राजनीतिक दर्शन जो परंपरा, स्थापित संस्थानों और रिवाजों पर बल देता है तथा तेज बदलावों की बजाय क्रमिक और धीरे-धीरे विकास को प्राथमिकता देता है। 
  • नारीवाद : स्त्री-पुरुष की सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक समानता की सोच के आधार पर महिलाओं के हितों और अधिकारों का बोध ।
  • विचारधारा: एक खास प्रकार की राजनीतिक एवं सामाजिक दृष्टि को इंगित करने वाले विचारों का समूह। 
  • नृजातीय ( Ethnic): एक साझा नस्ली, जनजातीय या पृष्ठभूमि अथवा
  • सांस्कृतिक उद्गम जिसे कोई समुदाय अपनी पहचान मानता है। 
  • रूपक : जब किसी अमूर्त विचार (जैसे, ईर्ष्या, लालच, स्वतंत्रता, मुक्ति) को किसी व्यक्ति अथवा किसी चीज़ के जरिए इंगित किया जाता है। एक रूपकात्मक कहानी के दो अर्थ होते हैं एक प्रतीकात्मक और एक शाब्दिक ।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न | Very short answer type question

Ncert Class 10 History Ch-1 Question Answer in Hindi | कक्षा 10वीं अध्याय 1 यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय प्रश्न उत्तर
Ncert Class 10 History Chapter 1 Question Answer in Hindi | कक्षा 10वीं अध्याय 1 यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय प्रश्न उत्तर

1 राष्ट्र क्या है ?

उत्तर- अर्न्स्ट रेनन के अनुसार, राष्ट्र समान भाषा, नस्ल, धर्म या क्षेत्र से बनता है। एक राष्ट्र लंबे प्रयासों, त्याग और निष्ठा का चरम बिंदु होता है। 

2.राष्ट्र-राज्य क्या है ? 

उत्तर-राष्ट्र-राज्य में एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र उन लोगों का गृह क्षेत्र बन जाता है, जो सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भाषायी तथा धार्मिक आधार पर एक समुदाय के रूप में एकजुट होते हैं, तथा राजनैतिक आधार पर प्रशासित होते हैं।

3.राष्ट्रवाद से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर-राष्ट्रवाद उन्हीं लोगों को भाता है, जो अपने लिए एक स्थायी महत्त्वपूर्ण स्थान की बदलते हुए समाज में बनाने की इच्छा रखते हैं। 

4 जनमत-संग्रह से क्या समझते हैं ?

उत्तर- एक प्रत्यक्ष मतदान जिसके जरिए एक क्षेत्र के सभी लोगों से एक प्रस्ताव को स्वीकार या अस्वीकार करने के लिए पूछा जाता है।

5 निरंकुशवाद से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर-ऐसी सरकार या शासन व्यवस्था जिसकी सत्ता पर किसी प्रकार का कोई अंकुश नहीं होता। ऐसी राजशाही सरकारों को निरंकुश सरकार कहा जाता है। जो अत्यंत केन्द्रीकृत, सैन्य बल पर आधारित और दमनकारी सरकारें होती थीं। 

6.उदारवाद से आपका क्या तात्पर्य है ?

उत्तर-उदारवाद शब्द लैटिन भाषा के ‘Liber’ शब्द से निकला है जिसका अर्थ है ‘आजाद’। इस प्रकार उदारवाद का अर्थ हुआ, व्यक्ति के लिए आजादी, कानून के समक्ष सबकी बराबरी, निरंकुश शासक और पादरी वर्ग के विशेषाधिकारों की समाप्ति तथा संविधान तथा संसदीय प्रतिनिधि सरकार की स्थापना ।

7 रूढ़िवादी कौन थे ?

उत्तर- उदारवादियों के विपरीत रूढ़िवादी वे लोग थे जो यह मानते थे कि राज्य और समाज की स्थापित पारंपरिक संस्थाएँ, जैसे राजतन्त्र, चर्च, सामाजिक ऊँच-नीच सम्पत्ति और परिवार को बनाए रखना चाहिए। 

8 नृजातीय से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- एक साझा नस्ली, जनजातीय या सांस्कृतिक उद्गम अथवा पृष्ठभूमि जिसे कोई समुदाय अपनी पहचान मानता है।

9 कल्पनादर्श (यूटोपिया) क्या है ?

उत्तर- एक ऐसे समाज की कल्पना जो इतना आदर्श है कि उसका साकार होना लगभग असंभव होता है। 

10 ‘नारीवाद’ से क्या अभिप्राय है ?

उता ‘नारीवाद’ एक ऐसा दर्शन है जो स्त्री-पुरुष की सामाजिक, आर्थिक राजनीतिक समानता के सिद्धांत पर आधारित है। इस दर्शन का उदय 18 वीं सदी में जर्मनी में हुआ जहाँ महिलाओं को एक लंबे समय से राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा गया था।

11 ‘रूपक’ से आपका क्या तात्पर्य है ?

उत्तर- जब किसी अमूर्त विचार (जैसे स्वतंत्रता, मुक्ति, ईयां लालच आदि) को किसी व्यक्ति या किसी चीज द्वारा इंगित किया जाता है तो उसे रूपक कहा जाता है।

12 जर्मेनिया से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर – जैसे फ्रांस में मेरियन एक नारी रूपक था जिसे स्वतंत्रता और गणतंत्र का राष्ट्रीय प्रतीक माना जाता था उसी प्रकार जर्मेनिया भी एक नारी रूपक था जिसे जर्मनी में राष्ट्र का प्रतीक माना जाता था। जर्मेनिया बलूत वृक्ष के पत्तों का मुकुट पहनती है क्योंकि जर्मन बलूत वीरता का प्रतीक माना जाता है।

13 मारीआन से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- मारीआन एक नारी रूपक है जिसे फ्रांस में स्वतन्त्रता और गणतन्त्र का प्रतीक माना गया है। मारीआन की प्रतिमाएँ सार्वजनिक चौराहों पर लगाई गई ताकि जनता को राष्ट्रीय प्रतीक की याद आती रहे।

14 ऑटोमन साम्राज्य से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर- ऑटोमन साम्राज्य अर्थात् उस्मानी सल्तनत 1299 में पश्चिमोत्तर अनातोलिया में स्थापित एक तुर्क राज्य था। इस साम्राज्य के अंतर्गत पश्चिम एशिया और यूरोप के कुछ देश आते थे। जिसके संस्थापक उस्मान प्रथम थे। महमद द्वितीय द्वारा 1493 में कुस्तुंतुनिया जीतने के बाद यह एक साम्राज्य में बदल गया। प्रथम विश्वयुद्ध 1919 में पराजित होने पर इसका विभाजन कर इस पर अधिकार कर लिया गया।

15 फ्रेडिक सॉरयू कौन था ?

उत्तर-फ्रेडिक सॉरयू एक फ्रांसीसी चित्रकार था। 1848 ई० में उसने चित्रों की श्रृंखला के माध्यम से गणतंत्र, स्वतंत्रता, ज्ञानोदय, राष्ट्र आदि के आदर्श को प्रस्तुत किया।

16 नेपोलियन बोनापार्ट कौन था ?

उत्तर- नेपोलियन बोनापार्ट फ्रांस का एक महान सेनानायक था जिसके नेतृत्व में फ्रांस ने अनेक विजय प्राप्त की। बाद में उसे फ्रांस का पहला सम्राट घोषित किया गया। उसके द्वारा उदारवादी शासन व्यवस्था के लिए बनाई गई आचार संहिता प्रसिद्ध है।

17 काउंट कैमिलो दे कावूर कौन था ? 

उत्तर- काउंट कैमिलो दे कावूर इटली के सार्डीनिया-पीडमॉण्ट राज्य का मंत्री प्रमुख था। उसने इटली के प्रदेशों को स्वीकृत करने वाले आन्दोलन का नेतृत्व किया। 

class 10th NotesMCQ
HistoryPolitical Science
EnglishHindi
HOMECLASS 10

18 ‘यंग इटली’ क्या था ? इसकी स्थापना किसने की ?

उत्तर- ‘यंग इटली एक गुप्त क्रांतिकारी संगठन था। इसकी स्थापना 1830 ई० के दशक में ज्युसेपी मेत्सिनी ने एकीकृत इटली के विचारों को प्रसारित करने के लिए की थी।

19 जर्मन पंचाँग को कब और किसने बनाया ? 

उत्तर-जर्मन पंचाँग या तिथिक्रम का मुखपृष्ठ 1798 ई० में पत्रकार ऐंड्रियास रेबमान ने डिजाइन किया था। 

20 कार्टर प्रणाली से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर – कार्टर प्रणाली, विभिन्न राष्ट्रों के बीच होने वाला समझौता था जिसका उद्देश्य पारस्परिक आर्थिक हितों की रक्षा करना एवं उन्हें प्रोत्साहन देना था। 

लघु उत्तरीय प्रश्न | Short answer type question

1 ज्युसेपी मेत्सिनी पर टिप्पणी लिखें।

  • उत्तर- (क) वह इटली का एक युवा क्रांतिकारी था। वह उदारवादी राष्ट्रवादी राज्य के विचार से बेहद प्रभावित था। वह इटली का निर्माण इस विचार के अनुसार करना चाहता था। अतः 19वीं सदी के दौरान इटली पर शासन करनेवाले विभिन्न राजतंत्रों को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से वह गुप्त क्रांतिकारी संगठन से जुड़ गया।
  • (ख) बाद में, उसने स्वयं दो गुप्त संगठनों की स्थापना की, मार्सेई में यंग इटली’ और बर्न में ‘यंग यूरोप। साथ ही उसने पोलैंड, फ्रांस, इटली और जर्मन राज्यों के समान विचार रखने वाले युवाओं को अपना मित्र बनाया। 
  • (ग) मेसिनी को विश्वास था कि ईश्वर की मर्जी के अनुसार राष्ट्र ही मनुष्यों की प्राकृतिक इकाई थी अत: 1831 में इटली के एकीकरण के लिए उसने लिगुरिया में एक विद्रोह का नेतृत्व किया।
  • (घ) किंतु वह विद्रोह असफल हो गया और उसे निर्वासित कर दिया गया।
  • लेकिन बाद में उसके विचार ने कावूर को प्रोत्साहित किया, जिसने अंततः 19वीं सदी के दूसरे भाग में इटली को एकीकृत किया। 

2 काउंट कैमिलो दे कावूर पर टिप्पणी लिखें।

  • उत्तर- (क) काउंट कैमिलो दे कावूर इटली के सार्डीनिया पीडमॉण्ट राज्य का प्रमुख मंत्री था। उसने इटली के विभिन्न क्षेत्रों के एकीकरण के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया। वह न तो क्रांतिकारी था न ही डेमोक्रेट ।
  • (ख) इतालवी जातीय समूह के अनेक अन्य धनी और शिक्षित सदस्यों की भौति यह इतालवी की अपेक्षा फ्रेंच भाषा को अधिक बेहतर ढंग से बोलता था। 
  • (ग) फ्रांस से उसके गहरे कूटनीतिक संबंध थे, जिनकी सहायता से 1859 में उसने ऑस्ट्रिया को पराजित किया था। 
  • (घ) इटली के एकीकरण की खातिर उसने सानिया- पीडमॉण्ट के साथ लगे दक्षिणी राज्यों को फतह करने के लिए गैरीबाल्डी को प्रेरित किया।

इस प्रकार, कादूर के प्रयासों के परिणाम स्वरूप, 1861 में इटली का एकीकरण हुआ और विक्टर इमेनुएल द्वितीय को एकीकृत इटली का शासक घोषित किया गया।

3 यूनानी स्वतंत्रता युद्ध पर टिप्पणी लिखें।

अथवा यूनान के स्वतंत्रता संग्राम पर ध्यान केंद्रित करते हुए बताएँ कि उन्नीसवीं सदी में राष्ट्र कैसे विकसित हुआ ? 

  • उत्तर- (क) 15 वीं सदी में यूनान ऑटोमन साम्राज्य का हिस्सा बना। यूरोपीय राष्ट्रवाद से प्रेरणा पाकर यूनानियों ने 1821 ई० में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष प्रारम्भ किया। उस समय पश्चिमी यूरोप का भी समर्थन उसे प्राप्त हुआ।
  • (ख) साहित्यकारों ने यूनान को यूरोपीय सभ्यता का पालक बताया तथा यूनानी संस्कृति का महिमामंडन किया। इस प्रकार, यूनान एक मुस्लिम साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष करने को तैयार हो गया।
  • (ग) यूनान के स्वतंत्रता संग्राम में रूमानीवाद को जोड़कर वहाँ के कवि और कलाकारों ने भी ऑटोमन साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष में हिस्सा लिया। ऐसा ही एक प्रसिद्ध कवि था लॉर्ड बॉयरन लॉर्ड बॉयरन ने धन इकट्ठा किया और बाद में युद्ध में लड़ने भी गया जहाँ 1832 में बुखार से उसकी मृत्यु हो गई।
  • (घ) अंततः एक लंबे संघर्ष के बाद 1832 ई० में कुस्तुनतुनिया की संधि के द्वारा यूनान को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता प्राप्त हुई। 

4.राष्ट्रवादी संघर्षों में महिलाओं की भूमिका पर टिप्पणी लिखें।

  • उत्तर- (क) राष्ट्रवादी संघर्ष में सारे संसार में महिलाओं ने बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की।
  • (ख) राष्ट्रवादी संघर्षों में यद्यपि महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, फिर भी उदारवादी आंदोलन के अंदर महिलाओं को राजनीतिक अधिकार देने का मुद्दा विवादास्पद था। 
  • (ग) महिलाओं ने अपने राजनीतिक संगठन स्थापित किए, अखबार शुरू किए तथा राजनीतिक बैठकों में भाग लेना प्रारम्भ किया।
  • (घ) परिणाम यह हुआ कि महिला अधिकारों के प्रति उदारवादियों तथा शासकों के विचारों में परिवर्तन हुआ तथा महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक अधिकारों का मार्ग प्रशस्त हुआ ।

5 फ्रँकफर्ट संसद पर टिप्पणी लिखें।

  • उत्तर- (क) 18 मई 1848 को 831 निर्वाचित प्रतिनिधियों ने एक सजे-धजे जुलूस में जा कर फ्रैंकफर्ट संसद में अपना स्थान ग्रहण किया। यह संसद सेंट पॉल चर्च में आयोजित हुई।
  • (ख) उन्होंने एक जर्मन राष्ट्र के लिए एक संविधान का प्रारूप तैयार किया। इस राष्ट्र की अध्यक्षता एक ऐसे राजा को सौंपी गई जिसे संसद के अधीन रहना था।
  • (ग) संसद में मध्य वर्गों का प्रभाव अधिक था जिन्होंने मजदूरों और कारीगरों की माँगों का विरोध किया जिससे वे उनका समर्थन खो बैठे। (घ) अंत में सैनिकों को बुलाया गया और एसेंबली भंग होने पर मजबूर हुई।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न | Long answer type question

1 फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान का भाव पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने क्या कदम उठाए ?

उत्तर-फ्रांस की क्रांति 1789 ई० में शुरू हुई। शीघ्र ही लोगों ने राजा और रानी से छुटकारा पाकर सत्ता की सारी बागडोर अपने हाथ में ले ली। फिर उन्होंने लोगों में एकता और संगठन बनाए रखने के लिए अनेक कदम उठाए जिनमें निम्नांकित प्रमुख है-

  • (क) सबसे पहले पितृभूमि और नागरिक जैसे विचारों ने एक संयुक्त समुदाय के विचार पर बल दिया। 
  • (ख) एक नया फ्रांसीसी झंडा-तिरंगा चुना गया जिसने पहले के राज्यध्वज की जगह ले ली।
  • (ग) सक्रिय नागरिकों द्वारा चुनी गई एक सभा का गठन किया गया जिसका नाम नेशनल एसेंबली रखा गया।
  • (घ) राष्ट्र के नाम पर नई स्तुतियाँ रची गईं, शपथें ली गईं और शहीदों का गुणगान हुआ।
  • (ङ) एक केन्द्रीय प्रशासनिक व्यवस्था लागू की गई जिसने सभी नागरिकों के लिए समान कानून बनाए।
  • (च) आंतरिक आयात-निर्यात शुल्क समाप्त कर दिए गए और नाप-तौल की एक समान व्यवस्था लागू की गई।
  • (छ) अलग-अलग बोलियों के स्थान पर पेरिस में बोली जाने वाली फ्रेंच भाष को प्रोत्साहित किया गया। 

2 मारीआन और जर्मेनिया कौन थे ? जिस तरह उन्हें चित्रित किया गया उसका क्या महत्त्व था ?

उत्तर-फ्रांस में राष्ट्र के प्रतीक के रूप में लोकप्रिय ईसाई नाम मारीआन दिया गया। उसे लाल टोपी, तिरंगा और कलगी के साथ दिखाया गया और उसकी प्रतिमा सार्वजनिक चौराहों पर लगाई गई ताकि लोगों को एकता के राष्ट्रीय प्रतीक याद आती रहे।

इसी प्रकार जर्मनी में, जर्मन राष्ट्र के प्रतीक के रूप में जर्मेनिया को रूपक गया। उसे बलूत वृक्ष के पत्तों के मुकुट से सजाया गया क्योंकि जर्मनी में बद को वीरता का प्रतीक माना जाता है। जिस तरह से मारीआन तथा जर्मेनिया को चित्रित किया गया उसका व्यापक महत्व था। मारीआन की प्रतिमा को स्वतंत्रता, एकता और न्याय का प्रतीक माना गया।

इससे जनता में इन उद्दात राजनीतिक भावनाओं का संचार हुआ। इसी प्रकार जर्मेनिया का चित्र स्वतंत्रता, शक्ति, बहादुरी, शांति तथा एक नए युग के सूत्रपात का प्रतीक था। जर्मनी की जनता को इससे राष्ट्र के गौरव का बोध हुआ । 

3 इटली एकीकरण की प्रक्रिया का संक्षिप्त में वर्णन करें।

अथवा इटली के एकीकरण में शासक विक्टर इमेनुएल, मंत्री प्रमुख कावूर और ज्युसेपे गैरी बॉल्डी की क्या भूमिका थी ? चर्चा करें। 

इटली एकीकरण की प्रक्रिया-

  • (क) इटली अनेक वंशानुगत राज्यों तथा बहु-राष्ट्रीय हैब्सबर्ग साम्राज्य में बिखरा हुआ था।
  • (ख) युद्ध के जरिये इतालवी राज्यों को जोड़ने की जिम्मेदारी सार्डिनिया-पीडमॉण्ट के शासक विक्टर इमेनुएल द्वितीय पर थी ।
  • (ग) मंत्री प्रमुख कापूर, जिसने इटली के प्रदेशों को एकीकृत करने वाले आन्दोलन का नेतृत्व किया।
  • (घ) कानूर ने फ्रांस से सार्डिनिया पीडमॉण्ट की एक चतुर कूटनीतिक संधि की। फ्रांस की मदद से 1859 में ऑस्ट्रियाई बलों को हरा पाने में कामयाब हुआ।
  • (ङ) ज्युसेपे गैरीबॉल्डी के नेतृत्व में भारी संख्या में सशस्त्र स्वयं सेवकों ने इस युद्ध में हिस्सा लिया।
  • (च) 1860 में वे दक्षिण इटली और दो सिसिलियों के राज्य पर कब्जा जमाया। अन्त में स्पेनी शासक को हटाने के लिए स्थानीय किसानों का समर्थन पाने में सफल रहे।
  • (छ) इस प्रकार इटली एकीकरण की प्रक्रिया पूरी हुई और 1861 में इमेनुएल द्वितीय को एकीकृत इटली का राजा घोषित किया गया। 

4 अपने शासन वाले क्षेत्रों में शासन व्यवस्था को ज्यादा कुशल बनाने के लिए नेपोलियन ने क्या बदलाव किए ?

उन-नेपोलियन द्वारा किए गए प्रमुख प्रशासनिक सुधार निम्नांकित है- 

  • (क) जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर दिए गए और कानून के सामने सबकी बराबरी के नियम को लागू किया गया।
  • (ख) सम्पत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया गया। 
  • (ग) प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाया गया, सामंती व्यवस्था को खत्म किया गया और किसानों को भू-दासत्व और जागीरदारी शुल्कों से मुक्ति दिलाई गई। 
  • (ग) शहरों में भी कारीगरों के श्रेणी-संघों के विभिन्न नियंत्रणों को समाप्त कर दिया गया। 
  • (घ) किसानों, मजदूरों, कारीगरों और नए उद्योगपतियों को अपने-अपने क्षेत्रों में स्वतन्त्रता प्रदान की गई।

5. जर्मन एकीकरण की प्रक्रिया का संक्षेप में वर्णन करें। 

  • (क) संविधान, प्रेस की स्वतंत्रता और संगठन बनाने की आजादी जैसे संसदीय सिद्धांतों पर आधारित राष्ट्र-राज्य की स्थापना । 
  • (ख) निरंकुश शासन और पादरीवर्ग के विशेषाधिकारों की समाप्ति । सामाजिक विचार- 
  • (क) सभी नागरिकों को सामाजिक समानता प्रदान करना। 
  • (ख) वे चीजों और पूँजी के आवागमन पर राज्य द्वारा लगाए गए नियंत्रणों को खत्म करने के पक्ष में थे। 

6 किन्हीं दो देशों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बताएँ कि उन्नीसवीं सदी में राष्ट्र किस प्रकार विकसित हुए।

उत्तर – 19 वीं शताब्दी में यूरोप में अनेक देशों में राष्ट्रीयता की भावनाएँ पनपने लगीं और देखते ही देखते वहाँ अनेक राष्ट्र-राज्यों का जन्म हुआ। ऐसे दो देशों का विवरण निम्नांकित है जहाँ राष्ट्रीयता का विकास हुआ-

बेल्जियम 1814 ई० की बिआना कांग्रेस ने बेल्जियम को हॉलैंड के साथ मिला दिया था परन्तु बेल्जियम के निवासी कट्टर कैथोलिक थे तथा हॉलैंड वाले कट्टर प्रोटेस्टेंट थे। हॉलैंड का शासक केवल हॉलैंड वालों को ही उच्च पद देता था तथा उसने सब विद्यालयों में प्रोटेस्टेंट धर्म की शिक्षा की आज्ञा दे दी थी। 1830 ई० में बेल्जियम वालों ने विद्रोह कर दिया। इंगलैंड ने विद्रोहियों का साथ दिया अतएव हॉलैंड को बेल्जियम छोड़ना पड़ा। 1830 ई० में ही बेल्जियम ने इंगलैंड जैसा संविधान अपने यहाँ लागू कर दिया।

पोलैंड- विआना की कांग्रेस ने पोलैंड का बहुत-सा भाग रूस को दे दिया था । धीरे-धीरे वहाँ के लोगों में राष्ट्रीयता की भावना जगने लगी तथा 1848 ई० में पोलैंड में वारसा के स्थान पर क्रांति आरम्भ हुई। रूसी सेनाओं ने इस विद्रोह को बड़ी कठोरता के साथ दबा दिया। विद्रोहियों को यह आशा थी कि उन्हें पश्चिमी यूरोपीय देशों की सहायता प्राप्त होगी, परन्तु ये देश रूस से दुश्मनी मोल लेने को तैयार न थे अतएव विद्रोहियों ने दुबारा विद्रोह करने का साहस न किया।

7 ब्रिटेन में राष्ट्रवाद का इतिहास शेष यूरोप की तुलना में किस प्रकार भिन्न था? 

  • उत्तर- (क) 18वीं शताब्दी के पहले ब्रितानी राष्ट्र नहीं था। ब्रितानी द्वीपसमूह में रहने वाले लोगों- अंग्रेज, वेल्श, स्कॉट या आयरिश की मुख्य पहचान जातीय थी। इन सभी जातीय समूहों की अपनी सांस्कृतिक और राजनीतिक परंपराएँ थीं। 
  • (ख) लेकिन जैसे-जैसे आंग्ल राष्ट्र की धन-दौलत, अहमियत और सत्ता में वृद्धि हुई वह द्वीपसमूह के अन्य राष्ट्रों पर अपना प्रभुत्व बढ़ाने में सफल हुआ।
  • (ग) एक लंबे टकराव और संघर्ष के बाद आंग्ल संसद ने 1688 में राजतंत्र से ताकत छीन ली थी। इस संसद के माध्यम से एक राष्ट्र-राज्य का निर्माण हुआ जिसके केंद्र में इंग्लैंड था ।
  • (घ) इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच ऐक्ट ऑफ यूनियन (1707) से ‘यूनाइटेड किंग्डम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन’ का गठन हुआ। इससे इंग्लैंड का स्कॉटलैंड पर अपना प्रभुत्व व्यावहारिक रूप से स्थापित हो गया। 
  • (ङ) स्कॉटिश हाइलैंड्स के निवासी जिन कैथोलिक कुलों ने जब भी अपनी आजादी को व्यक्त करने का प्रयास किया उन्हें जबरदस्त दमन का सामना करना पड़ा।
  • (च) स्कॉटिश हाइलैंड्स के लोगों को अपनी गेलिक भाषा बोलने या अपनी राष्ट्रीय पोशाक पहनने की मनाही थी। उनमें से बहुत सारे लोगों को अपना वतन छोड़ने पर मजबूर किया गया।

8 बाल्कन प्रदेशों में राष्ट्रवादी तनाव क्यों पनपा ? 

  • उत्तर- (क) बाल्कन प्रदेशों में अनेक जातीय समूह निवास करते थे।
  • (ख) बाल्कन क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा ऑटोमन साम्राज्य के नियंत्रण में था जो अपने पतन के कगार पर था। 
  • (ग) स्लाव- बाल्कन के जातीय समूह की उदारवादी और राष्ट्रवादी विचारों से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। अतः ये सभी जातीय समूह राष्ट्र राज्य की माँग करने लगे।
  • (घ) बाल्कन राज्य एक-दूसरे से भारी ईर्ष्या करते थे और हर एक राज्य अपने लिए ज्यादा से ज्यादा इलाका हथियाना चाहते थे।
  • (ङ) रूस, जर्मनी, इंग्लैण्ड, ऑस्ट्रो-हंगरी की हर ताकत बाल्कन पर अन्य शक्तियों की पकड़ को कमजोर करके क्षेत्र में अपने प्रभाव को बढ़ाना चाहती थी। इन सभी कारणों से बाल्कन प्रदेशों में राष्ट्रवादी तनाव पनपा । 

9 नेपोलियन की संहिता की प्रमुख विशेषताएँ क्या-क्या थीं ?

उत्तर- नेपोलियन की संहिता की प्रमुख विशेषताएँ निम्नांकित थीं- 

  • (क) प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाना सामंती प्रथा की समाप्ति, किसानों को भू-राजस्व और जागीरदारी शुल्क से मुक्ति 
  • (ख) कारीगरों के श्रेणी संघों के विभिन्न नियंत्रण की समाप्ति। 
  • (ग) यातायात और संचार व्यवस्था में सुधार किया गया। 
  • (घ) जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर कानून के समक्ष सबको समानता का नियम लागू किया गया।
  • (ङ) सम्पत्ति के अधिकार को सुरक्षित किया गया। 
  • (च) मानक माप-तौल के पैमाने और नई मुद्रा चलाई गई। 
  • (छ) वस्तुओं और पूँजी के राष्ट्रीय आवागमन में सहूलियतें दी गई।

कक्षा 10 इतिहास समाधान | class 10 history solution

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FAQs

1 “लोगों को अपनी आजादी मुट्ठी में कर लेनी चाहिए यह किसका कथन है ?

उत्तर- लोगों को अपनी आजादी मुट्ठी में कर लेनी चाहिए यह कथन ऐंड्रियास रेबमान का है।

2 जॉलवेराइन नामक शुल्क संघ क्या था और इसकी स्थापना क्यों की गई ? 

उत्तर- जॉलवेराइन नामक शुल्क संघ की स्थापना प्रशिया के अनुरोध पर 1834 ई० को हुई जिसमें लगभग सभी जर्मन राज्य शामिल हुए। इस संघ ने बहुत से शुल्क अवरोधों को समाप्त कर दिया और मुद्राओं की संख्या 30 से घटाकर 2 कर दी।

3 मताधिकार किसे कहते हैं ? 

उत्तर- वोट देने के अधिकार को मताधिकार कहा जाता है। 

4 विचारधारा से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- एक खास प्रकार की सामाजिक एवं राजनीतिक दृष्टि को इंगित करने वाले विचारों का समूह विचारधारा कहलाता है। 

5 जर्मनी के एकीकरण के मुख्य निर्माता कौन-कौन थे ?

उत्तर- (क) प्रशिया का शासक विलियम प्रथम । (ख) प्रशिया का चांसलर बिस्मार्क ।

6 इटली के एकीकरण के मुख्य कर्णधार कौन-कौन थे ? 

उत्तर- (क) इटली के मेजिनी, कापूर और गैरीबाल्डी जैसे महान क्रांतिकारी और विचारक
(ख) सार्डीनिया का शासक विक्टर इमेनुयल द्वितीय ।

7 फ्रांस की क्रांति की मुख्य देन क्या है ?

उत्तर-फ्रांस की क्रांति (1789-1815) के द्वारा प्रभुसत्ता राजतंत्र से निकल कर फ्रांसीसी नागरिकों के हाथ में आ गई। इस क्रांति ने यह घोषणा की कि अब लोगों द्वारा राष्ट्र का गठन होगा और वे ही उसकी नीतियाँ तय करेंगे।

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